क्या आप जानते हैं बिज़नेस की परिभाषा क्या हैं या बिज़नेस का अर्थ क्या होता है अगर नही जनकारी है तो बिज़नेस की परिभाषा बहुत ही सिम्पल ( Simple ) तरीका से बताया गया है आपको समझने मे मदद मिलेगी आप इसे जरूर पड़े |
बिज़नेस वस्तुओ और सेवाओ से सुविधा लोगो तक पहुचाने की एक आर्थिक प्रक्रिया है दूसरे शब्दो मे बिज़नेस का उदेश्य वस्तु उत्पादन और सेवाओ से लोगो की इछाओ की पूर्ति कर लाभ कमाया जाता है|
तीसरे शब्दो मे बिज़नेस यह किसी भी वस्तु, प्रोडक्ट, कोर्स आदि को खरीद कर या बना कर अपने लाभ के लिए बेचना बिज़नेस कहलाता है बिज़नेस का मुख्य उदेश्य लाभ ( Profite ) कमाना ही होता है |
बिज़नेस के प्रकार | Types of Business.
1. ट्रेडिसनल बिज़नेस - Traditional Business
2. सेल्समैन बिज़नेस - Salesman Business
3. फ्रैंचाइज बिज़नेस - Franchise Business
4. डाइरेक्ट सेलिंग बिज़नेस - Direct Selling Business
1. ट्रेडिसनल बिज़नेस किसे कहते है | What is Traditional Business ?
ट्रेडिसनल बिज़नेस का मतलब पूर्वजो द्वारा विरासत मे मिला बिज़नेस को ही ट्रेडिसनल बिज़नेस कहते हैं ट्रेडिसनल बिजनेस करने के लिए आपके पास धन दौलत के होना बहुत जरूरी है जो कि पुरखो से मिलती है। यह बिजनेस दुनिया का सबसे पुराना बिजनेस है। इस बिजनेस को हमारे पुरखो लोग करते थे। यह बिजनेस के बारे में हम बात करें तो सन् 2000 से पहले के जितने भी बिजनेस होते थे, वह सभी ट्रेडिसनल बिजनेस के अंतर्गत ही आते थे। लेकिन आज ट्रेडिसनल बिजनेस कई भागों में बट चुका है।
Factory > Company > Advertisements
> Transpoting > Distributors >
Whole sales > Retailers > Customer
ट्रेडिसनल बिज़नेस मे ये सारे प्रोसेस से होकर गुजरना पड़ता है तब जाकर फैनली कस्टॉमर् तक प्रोडक्टस पहुचता है और कस्टॉमर् तक प्रोडक्ट पहुचते पहुचते प्रोडक्ट का कीमत भी बड़ जाता हैं क्योंकि बहुत सारे बीच मे मिडिएटर है और हर किसी को अपना लाभ कमाना है इसलिए प्रोडक्ट की कीमत बड़ते जाता हैं|
2. सेल्समैन बिज़नेस किसे कहते है | What is Salesman Business ?
सेल्समैन एक ऐसा व्यक्ति होता है जो किसी भी प्रोडक्ट को या किसी भी सर्विस को एक ग्राहक को भेज सकें।
ऐसा व्यक्ति जो किसी बिना जरूरत वाले व्यक्ति को भी कोई ऐसा प्रोडक्ट सर्विस बेच दे उसकी जरूरत बना कर, उसे ही हम असल मायने में एक सेल्समैन कहते है |
दूसरे शब्दो मे कोई भी इंसान जो किसी कस्टमर को कुछ भी समान, फल, या कोई वस्तु बेचता है, उनको सेल्समैन कहते है। किसी भी वस्तु की तभी बिक्री हो सकती है, जब सेल्समैन हो अन्यथा सेल्समैन के बिना कोई भी वस्तु नही बिकता है।
कोई कंपनी कितना भी प्रोडक्ट का उत्पादन कर ले, जब तक वह दुकान में सेल्समैन के पास नही आता है। तब तक उसका बिक्री नही होगा। किसी प्रोडक्ट को बेचने वाला सेल्समैन जितना कुशल होगा, उस प्रोडक्ट की ब्रांडिंग और मजबूत होता है।
3. फ्रैंचाइज बिज़नेस किसे कहते है | What is Franchise Business ?
Franchise एक ऐसा काम है जिसमे आप किसी Famous Brand के Product को अपनी दुकान में या शोरुम में बेचने का कम करते है ताकि आप उससे मुनाफा कमा सके. ... क्योंकि आप जिस company से franchise लेने जा रहे है वही franchise owner आपको सभी सुविधायें प्रदान करेगा बस आपको उसकी franchise के साथ उसके सामान को बेचना है .
फ्रैंचाइज क्या हैं | What is Franchise ?
आज के समय में व्यापार के अन्दर काफी प्रतिस्पर्धा बढ़ चुकी है. इसी कारण से Famous ब्राण्ड और कंपनी अपने व्यापार को और बढ़ने के लिए अपने ब्राण्ड कि फ्रैंचाइज प्रदान करती है. आप अपनी सुविधा और बजट ( budget ) के हिसाब से फ्रैंचाइज़ी ले सकते है. फ्रैंचाइज लेने के लिए आपको उस ब्रांड या कम्पनी के नियम व शर्तों का पालन करना पड़ता है.
फ्रैंचाइज व्यापार में तक़रीबन 2000 से भी ज्यादा कम्पनी भारत में है जो कि अपनी फ्रैंचाइज कि सुविधा पुरे भारत में प्रदान करती है और दूसरे देश मे भी प्रदान करती है देखा जाये तो भारत में फ्रैंचाइज के व्यापार कि मांग दिन प्रति दिन बढती ही जा रही है एक सर्वे के अनुसार भारत में फ्रैंचाइज बिज़नेस प्रतिवर्ष 50 billion अमरीकी डॉलर के हिसाब से बड रहा है. इसी तरह आने वाले वर्षों में यह अनुमान लगाया जाता है कि भारत में फ्रैंचाइज बिज़नेस 30% – 35% तक बड जाएगा.
4. डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस किसे कहते है| What is Direct selling Business ?
डायरेक्ट सेल कंपनियां अपने प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज दुकानों के जरिए सेल करने के बजाय कंज्यूमर्स को सीधे बेचती हैं। ये इंडिपेंडेंट सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के जरिए पर्सन-टू-पर्सन बेसिस पर सेलिंग करती हैं। जैसे- एमवे, वेस्टीज, असोर्ट , और मोदीकेयर इंडिया की जानी-मानी डायरेक्ट सेलिंग कंपनियां हैं |
डायरेक्ट सेलिंग कम्पनी कैसे काम करता है| How to work Direct Selling Company ?
अभी हम जब किसी दुकान से कोई समान खरीदते तो वह प्रोडक्ट्स कई जगहों से और कई लोगों के हाथों से गुजर कर हमारे पास पहुंचता है। जब वह प्रोडक्ट हमारे पास पहुंचता है उससे पहले वह मैन्युफैक्चरर , डिस्ट्रीब्यूटर , होलसेलर्स , रिटेलर से होकर हमारे पास आता है। जब कि डायरेक्ट सेलिंग मे ऐसा नहीं होता है। डायरेक्ट सेलिंग कंपनी इंडिपेंडेंट सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स का नेटवर्क बनाती है, जो अपने पर्सनल नेटवर्क या कॉन्टैक्ट यूज करके प्रॉडक्ट्स बेचते हैं। ये कंपनी के एंप्लॉयी ( Employee ) नहीं होते है|
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