CHAI SUTTA BAR (Abhinav Dubey) Success Story in Hindi | Abhinav ने चाय सुट्टा बार की शुरूवात कैसे किया ?

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हमारे जीवन का अहम् हिस्सा है. करोड़ो लोग सुबह उठते ही सबसे पहले जो चीज पीतें है वह है चाय. पानी के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा पीया जाने वाला पेय पदार्थ चाय है. इतनी बड़ी संख्या में लोगों की चाय पीने की आदत होने के बावजूद चाय के बिजनेस को हमेशा छोटे बिजनेस के तौर पर ही देखा गया है. कई बार ऐसा होता है कि किसी शख्स के पास कोई रोजगार नहीं होता तो वह चाय की दुकान खोल लेता है. हमारे देश में हर गली-चौराहों पर चाय की दुकान मिल जाएगी.


आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे ऐसे शख्स के बारे में जिसमें चाय के बिजनेस के पोटेंशियल को समझा और लोगों की नब्ज पकड़कर चाय के कारोबार को इतना फैलाया कि आज उसके 200 से ज्यादा आउटलेट्स है, जिनका एक दिन का टर्नओवर ही लगभग 30 लाख रुपए है.


दरअसल हम बात कर रहे हैं यूपीएससी के छात्र रहे अनुभव दुबे (Anubhav Dubey) की. अनुभव दुबे ने साल 2016 में “CHAI SUTTA BAR” की शुरुआत की. अनुभव ने अपने CHAI SUTTA BAR पर चाय के 10 तरह के फ्लेवर मसाला चाय, इलायची चाय, चॉकलेट चाय, जिंजर/अदरक चाय, रोज/rose, पान, केसर, लेमन, तुली और जम्बो टी चाय के साथ कॉफ़ी और स्नैक्स बेचना शुरू किए. धीरे-धीरे “CHAI SUTTA BAR” इतना प्रसिद्द हो गया कि वह देशभर में चाय सुट्टा बार की फ्रेंचाइजी देने लगे. आज देश में चाय सुट्टा बार के 200 से ज्यादा आउटलेट्स है.


अनुभव दुबे यूपीएससी के छात्र रहे है. उनके पिता एक बिजनेसमैन है. बिजनेसमैन की माथापच्ची के कारण ही अनुभव के पिता नहीं चाहते थे कि उनके बच्चे भी बिजनेस में आए. वह चाहते थे कि उनके बेटे पढ़ लिखकर कोई अच्छी प्रतिष्ठित नौकरी करें. यहीं कारण है कि अनुभव यूपीएससी के तैयारी करने लगे.


साल 2016 में यूपीएससी की तैयारी के दौरान ही 22 साल के अनुभव के मन में चाय का बिजनेस शुरू करने का विचार आया. अनुभव को लगा कि हमारे देश में बड़ी संख्या में लोग चाय तथा कॉफी पीते है. ऐसे में यह एक पोटेंशियल प्रोडक्ट है. इसके बाद अनुभव ने अच्छी तरह से रिसर्च करने के बाद इंदौर में अपने चाय के कारोबार की शुरुआत की और उसका नाम रखा “CHAI SUTTA BAR”. ख़ास बात यह है कि अनुभव ने अपने कारोबार के बारे में अपने पिता को भी नहीं बताया.

Chai Sutta Bar Patner
Centre- Anubhav Dubey 
Right - Anand Nayak, Left - Rahul Patidar
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चाय का कारोबार शुरू करने के लिए अनुभव ने अपने बिजनेस मैन दोस्त आनंद नायक और राहुल पटीदार की मदद ली. शुरुआत में  3 लाख पैसे जुटाकर उन्होंने दुकान के अंदरूनी मेंटेनेंस में लगाए और “CHAI SUTTA BAR” नाम से चाय की दुकान शुरू की. अनुभव अपनी दुकान पर चाय के 10 तरह के फ्लेवर मसाला चाय, इलायची चाय, चॉकलेट चाय, जिंजर/अदरक चाय, रोज/rose, पान, केसर, लेमन, तुली और जम्बो टी चाय रखने लगे. इसके अलावा कॉफ़ी और स्नेक्स भी बेचने लगे.


Marketing Strategy in Chai Sutta Bar 

चाय का बिजनेस अच्छा चले इसके लिए उन्होंने एक unique idea अपनाया यानी अपना पहला आउटलेट गर्ल्स हॉस्टल के नजदीक खोला । अनुभव का मानना था कि अगर हमारी शॉप पर एक बार Girls Crowd आ गया तो Boys का Crowd तो अपने आप आ जाएगा । और इस बिजनेस को बढ़ाने में इन्होंने और ' ' कहीं सारी तरकीबें लगाई क्योंकि बजट इतना नहीं था कि पोस्टर , पेपर या फ्लायर बटवा सके या Shop की Digitally Marketing करे सके तो


इन्होने अपने पुराने स्कूल के कुछ दोस्तो को बुलाया और कहा कि आ जाओ हमारी शॉप पर , दिन भर यहां बैठना , Free में चाय नाश्ता करना और पास में गर्ल्स हॉस्टल तो है ही । तो इस तरीके से शॉप पर एक Fake Crowd ( डमी भीड़ ) पड़ने लगी । एक तो नाम यूनीक Chai Sutta Bar और ऊपर से फ़ेक भीड़ , तो आने जाने वाले लोगो को curiosity बड़ने लगी आस पास के लोग उन्हें वास्तविक कस्टमर समझते और भीड़ से आकर्षित होकर शॉप पर आने लगे । इसके अलावा ओर भी कहीं सारी जुगाड वाली मार्केटिंग टैक्टिक्स अपनाई जैसे किसी भीड़ भाड़ वाली जगह ( मॉल या ट्रैफिक लाइट ) पर जाकर ये कुछ दोस्त जोर जोर से बोलकर बात करते जैसे की


 " यार आजकल वो Chai Sutta Bar बहुत चल रहा है , सुना है क्या तूने ? सुना है उसकी चाय बहुत टेस्टी है "


तो ऐसे बोल बोल कर लोगो को अपना ब्रांड Recall करवाते और Chai Sutta Bar Brand को ओर भी ज्यादा एक्सपोजर मिलता ।


तो ये थी Chai Sutta Bar की No Cost , Zero Cost Marketing Strategy 


धीरे धीरे भीड़ बढ़ने लगी , लोग आने लगे अब अगला काम था प्रोडक्ट में दम होना तो इन्होंने अपने प्रोडक्ट को बेस्ट quality का बनाने का पूरा प्रयास किया लोगो का प्यार हमें इतना मिला की दुकान के बाहर इतनी भीड़ पड़ने लगी की उस भीड़ को व्यवस्थित करने में 4-5 लोग लगते थे । Service Road पर पूरा जाम लग जाया करता था । इतनी भीड़ की कई बार हमारी complain हो जाती थी ।


हमारी इस शॉप को इतना एक्सपोजर मिला की प्रत्येक दिन CSB पर हजारों लाखों youngsters का footfall होता था । Indirectly Talent को दिखाने का एक मंच हम देने लगे थे । हमारी शॉप पर एक पॉजिटिव Vibe बनती । जो youth को पसंद आता वही हम उन्हें देते , Positive Atmosphere , Light Music . हमारे काम से लोग इतने ज्यादा प्रभावित हुए की कई सारे पैरेंट्स अपने बच्चो को लेकर हमारे पास आते की ये हमारा बच्चा है , पढ़ता लिखता नहीं , इसका कुछ देखो तो हम लोग उनको भी अपने बिजनेस में शामिल कर लेते |




Franchise Model of Chai Sutta Bar

शुरू से ही सोचा था कि अगर हम किसी जानी मानी कंपनी का फ्रेंचाइजी नहीं ले पाए तो अपनी कंपनी का फ्रेंचाइजी देंगे । हमारा काम बड़ने लगा तो फ्रेंचाइजी के लिए पूछताछ बड़ने लगी और हमने अपनी कंपनी का फ्रेंचाइजी मॉडल चालू किया । दूसरा आउटलेट खोला Indore के गीता भवन , तीसरा आउटलेट खोला विजय नगर , और 6 महीने में हमे इतनी सफलता मिली कि चोथा आउटलेट मुंबई में खोल दिया , यानी Mini Mumbai ( Indore ) से direct Mumbai उसके बाद भोपाल , उज्जैन , अहमदाबाद और भी कहीं जगह | 


अभी लगभग 90+ शहरों , 200 + से ज्यादा आउटलेट भारत और अन्य देशो में है । Globally बात करे तो हम अब नेपाल , दुबई , ओमान , मस्कट , कनाडा , यूनाइटेड किंगडम में भी अपनी फ्रेंचाइजी दे चुके है । 3 लाख की सेविंग्स से शुरू हुए इस बिजनेस को आज 100 करोड़ से ज्यादा का Turnover दे दिया है । 3 लाख से ज्यादा के कुल्हड़ की खपत होती है प्रतिदिन एवं CSB ( Chai Sutta Bar ) के अभी 18 लाख से ज्यादा का customer base है |


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Emplyment through Chai Sutta Bar

अनुभव दुबे ने जैसा पहले बताया कि हमारी चाय सुट्टा बार से हम रोजगार भी प्रदान करते हैं । Directly हमारे इस बिजनेस से 1000 लोगो को रोजगार मिला और 500 + कुम्हार ( Potters ) लोगो को भी हमने permanent रोजगार प्रदान किया तो कुल 1500 से ज्यादा लोग हमसे आज जुड़े हुए है । 


जैसे एक बंदा है मनोज ( 4th pillar of our startup and he is from lower middle class family ) जो पहले किसी डेंटिस्ट के यहां काम करता था और बाद में आनंद के साथ उसके कपड़े के बिजनेस में हाथ बंटाता था । वह काफी मेहनती था लेकिन उसके माता - पिता नहीं थे यानी वह एक अनाथ था तो हमने उसे पहले अच्छे से trained किया और फिर अपने बिजनेस में शामिल कर लिया । आज वह काफी सक्सेसफुल है उसके पास खुद का अपना पर्सनल vehicle हैं , खुद का Flat है और आज वह By Air travelling करता है । 


जब हम कुल्हड़ के ऑर्डर देने के लिए Potters ( कुम्हार ) के पास गए तो हमने कहा कि हमें प्रतिदिन 500 से ज्यादा कुल्हड़ लगेंगे तो वे हसने लगे की ऐसे बहुत से लोग आते है लेकिन हमने इसे challenge के रूप में लिया और आज 3,00,000 से ज्यादा कुल्हड़ का प्रत्येक दिन उपयोग होता है । ( 30 लाख रुपए का Turnover प्रत्येक दिन ) 


पहले हम देखते थे तो कुम्हार लोग जो काफी दयनीय परिस्थिति में अपना जीवन बिताते थे , गंदे नाले के किनारे छोटी छोटी सकरी गली में रहते थे । जिनके छोटे बच्चे भी गरम भट्टी में काम करते थे ।


लेकिन आज उनका जीवन यापन बहुत बदल गया है , उनका रहन सहन और उठना बेठना पहले की तुलना में बहुत बदल गया है , आज उन्होने एक अच्छा couch ( Sofa ) ले लिया है । स्थिति पूरी बदल गई है । 


अनुभव दुबे आगे बताते है कि आज जब हम Potters Community से मिलने जाते है तो वो लोग हमारा स्वागत ख़ुशी ख़ुशी करते है । वे कहते है कि पहले हमे सीज़नल धंधा करना पड़ता था जैसे गर्मी में मटकी ( सुराही ) बनाना और दीवाली में दीपक बनाना । लेकिन अब आपकी वजह से हर दिन दीवाली जैसी खुशियां नसीब होती ही । 


हमारे Competitor भी अब प्लास्टिक cup को छोड़कर कुल्हड़ का प्रयोग करते है तो इससे भी ओर रोजगार बड़ रहा है और असल में वो हमारे Competitor ( प्रतिद्वंद्वी ) नहीं है क्योंकि वो भी हमारे इस Social Cause में अपनी भागीदारी दे रहे है । और रोजगार देने में हमारा मुख्य उद्देश्य यह रहता है कि हम मुख्यत 3 वर्गों को रोजगार दे सके - 


पहला - गरीब तबके के लोग ( यानी BPL - Below Poverty Line ) 


दूसरा - अनाथ ( Orphan ) लोग जिनके माता पिता का साया उन पर से उठ गया हो । 


तीसरा - Handicap Disable लोग जो चलने फिरने में थोड़े लाचार हो । 


जब हम कभी फ्रेंचाइजी भी देते हैं तो यह हमारी शर्त होती है कि प्लास्टिक के कप में चाय नहीं देना है , केवल कुल्हड़ में हर्बल चाय देना है और मुख्यत तीन वर्ग के लोगो ( Orphan , BPL , Handicap ) को रोजगार देना है तो पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना और लाचार लोगो को रोजगार मुहैया कराना ये सब Social Cause ( Social Work ) UPSC Preparation के दौरान सीखा था जो आज काम आता है ।


Anubhav Dubey Education

Anubhav Dubey ने अपनी एजुकेशन में CA की तैयारी भी की , IIM - CAT की भी preparation की और फिर दिल्ली से UPSC की भी तैयारी की |

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Chai Sutta Bar's Message to Youth 

अनुभव अपना संदेश युवाओं को देते हुए कहते है कि अगर आपके माइंड में कोई बिजनेस करने का मन है तो उसे तुरंत करने का मन बनाए , उस Idea पर work करो । यही उम्र होती है कुछ Risk लेने की , यही उम्र है दौड़ने की और छलांग लगाने की । यही वो उम्र है जब आप तरह तरह की एक्टिविटी कर सकते हो , उछल - कूद कर सकते हो लेकिन 40-50 साल की उम्र में नहीं कर पाओगे । 


अगर इस भाग दौड़ में दो चार हड्डी टूट भी जाएगी तो कोई बात नहीं , इस उम्र में फिर से जुड़ भी जाएगी । लेकिन रीढ़ की हड्डी को बचाकर रखें , जोखिम ( Risk ) जरूर उठाए लेकिन Calculated Risk ही लेवे । अपने Comfort Zone ( आरामदायक क्षेत्र ) से बाहर निकलिए , business करना है तो आस पास कि दुनिया को एक्सप्लोर कीजिए , इससे आपको नए नए विचार ( ideas ) आयेंगे । 


Brainstorm ( विचार मंथन ) कीजिए , आस पास के लोगों से networking ( व्यवहार ) किजिए ताकि आगे कोई hurdle ( बाधा ) आए तो आप आसानी से उसे पार कर सके । 


युवाओं को में कहना चाहता हूं कि आप अपने मन मस्तिष्क को स्थिर रखे ( Mentally Stable ) । 


हो सके तो अपनी Communication Skill पर work करे तभी तो आप किसी बिजनेस को लीड कर पाएंगे । क्योंकि customer के Pain Point को समझने के लिए आपको कस्टमर से बात करनी होगी तभी काम चलेगा । 


Struggle करो और सफलता हासिल करो । Struggle को success story में बदलिए । लोगो को आपकी परेशानिय लेना देना नहीं है । कोई भी excuse मत दीजिए , रोइए मत । परेशानियां तो जीवन में आएगी ही , हिम्मत ना हारे , बस लगे रहिए अपने काम में । संघर्ष करते रहिए क्योंकि Struggle के बाद Success तो मिलेगी ही 


Success is the best Revenge


अगर आपको inspiration चाहिए तो आप अपने आस पास के लोगों से inspiration ( प्रेरणा ) लीजिए जैसे एक गरीब लाचार बाप जो मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चो का पेट पालता है , उन लोगो से प्रेरणा लीजिए जिनके हाथ पैर नहीं है लेकिन फिर भी जीने की आशा है प्रेरणा आप अपने मां बाप से लीजिए जिन्होंने आपके लालन पालन में कोई कमी नहीं रखी और आगे में बस यही कहूंगा कि जो आपका प्यार और स्नेह हमको मिला उसके लिए हम आपका बहुत बहुत धन्यवाद करते हैं । 


FAQ

1. CHAI SUTTA BAR के owner कौन है ? 

Ans- Anubhav Dubey ( अनुभव दुबे ) 


2. क्या अनुभव दुबे के Chai Sutta Bar बिजनेस के अलावा और भी बिजनेस है ? 

Ans- हाँ, 

• IT Company

• Digital Marketing Company

• Trading Company - Chai Sutta Bar Trading Pvt Ltd 

• NGO

• Non Veg Brand ( दो बोटी चार रोटी ) 





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